Pollution Control: For a Healthy Future (एक स्वस्थ भविष्य के लिए प्रदूषण नियंत्र)
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Definition (परिभाषा):
प्रदूषण नियंत्रण वह तरीके हैं जिनको अपना कर हम हवा, पानी, मिट्टी जैसी प्राकृतिक चीजों को दूषित होने से रोक सकते हैं या फिर पहले से दूषित हो चुके वातावरण को साफ़ कर सकते हैं, प्रदूषण कम करने के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं।
1. Uses of Pollution Control (पर्दूषण नियंत्रण के उपयोग):
प्रदूषण आज दुनिया की सबसे बड़ी चुनौती में से एक है। यह हमारे वायु, जल और मिट्टी को दूषित करता है, जिससे स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती है और पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। एक स्वस्थ भविष्य के लिए प्रदूषण को नियंत्रण करना आवशयक है।
वाहन उत्सर्जन को कम करें:
कम दुरी के लिए कारों के बजाय साईकिल, स्कूटर, करपुलिक या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें। पैदल चलने पर बिचार करें। अपनी कारों को नियमित रूप से बनाए रखें और गाड़ी चलाते समय ईंधन बचत करने वाली आदतों का पालन करें।
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ऊर्जा का संरक्षण करें:
बिजली के उपकरणों का कम उपयोग करें और जब उपयोग में न हो तो उन्हें बंद कर दें। एलईडी बल्बों पर स्विच करें जो कम ऊर्जा की खपत करते है। कम रोशनी वाले बल्बों का उपयोग करें।
कचड़े का कम उत्पादन करें:
कचड़े को कम करें, पुनः उपयोग करें और पुनर्चक्रित करें। कचड़े को जलाने से बचें क्योंकि इससे हवा प्रदूषित होती है गीले और सूखे कचड़े को अलग-अलग डिब्बों में डालें।
पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों का उपयोग करें:
ऐसे उत्पादों को चुने जिन्हें टिकाऊ रूप से बनाया गया हो और कम से कम प्रदूषण पैदा करते हो।
पेड़-पौधे लगाएं:
पेड़-पौधे हवा को सुद्ध करते हैं और प्रदूषण को कम करते हैं। अपने घर के आस पास और अपने शहर में ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधा लगाएं और उनकी देखभाल करें।
2. Types of Pollution (प्रदूषण के प्रकार):
- वायु प्रदूषण: वाहनों से निकलने वाला धुंआ, आद्योगिक इकाइयों से निकलने वाला धुआँ और जहरीली गैस वायु को प्रदूषित करती हैं। वायु प्रदूषण को कम करें सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें और निजी वाहनों को कम चलाएं और वाहनों का नियमित रखरखाव करें, यह प्रदूषण हमारे स्वास्थ्य, पर्यावरण और पृथ्वी के लिए बहुत नुकसानदेह है।
- जल प्रदूषण: नदियों, नहरों और तालाबों में औधोगिक कचड़ा, रासायनिक पदार्थ और अनुपचारिक मलजल फेकने से जल प्रदूषित होता है, इसलिए नदियों, नहरों और तालावों में कचड़ा न फेकें और जल का संरक्षण करें।
- ध्वनि प्रदूषण: तेज आवाज से ध्वनि प्रदूषण होता है, जो मानसिक स्वस्थ को हानि पहुँचा सकता है, तेज आवाज करने वाले वाहन, उधोग और निर्माण कार्य ध्वनि प्रदूषण पैदा करते हैं यह मानव और जीव-जंतुओं के लिए हानिकारक होता है।
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3. Effects of Pollution Control (प्रदूषण नियंत्रण के प्रभाव):
- स्वच्छ वायु: प्रदूषण नियंत्रण उपायों से वायु प्रदूषण कम होता है। इसका मतलब है सांस लेने के लिए स्वच्छ हवा का मिलना, जिससे सांस संबंधी समस्याएं जैसे- अस्थमा, ब्रोंकाइटिस आदि का खतरा कम होता है।
- स्वस्थ जल: प्रदूषण नियंत्रण से नदियों, नहरों, तालाबों और झीलों में औधोगिक और रासायनिक कचड़े का कम होना होता है। इससे साफ पानी की उपलब्धता बढ़ती है। जो पीने के लिए और सिंचाई के लिए बेहतर होती है।
- आर्थिक लाभ: प्रदूषण नियंत्रण से स्वास्थ्य संबंधी खर्च कम होते हैं। साथ ही प्रदूषित पर्यावरण से होने वाले इमारतों और संपत्ति के नुकसान को भी रोका जासकता है।
- जैव विविधता का संरक्षण: प्रदूषण का कम होना वनस्पतियों और जिव-जंतुओं के लिए फायदेमंद होता है। नदियों और झीलों में प्रदूषण कम होने से जलिय जिव अच्छी तरह पनपता है। प्रदूषण नियंत्रण से वनो का स्वास्थ्य भी सुधरता है।